लखनऊ न्यूज डेस्क: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ पहुंचे, जहां उन्होंने 1028 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि लखनऊ को विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर और निवेश हब के रूप में विकसित करने की योजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि हाल ही में हुए एक अंतरराष्ट्रीय सर्वेक्षण में लखनऊ को देश के सबसे तेजी से विकसित हो रहे शहरों में स्थान मिला है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनकी सोच के अनुरूप शहरी और ग्रामीण बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर दिया जा रहा है।
राजनाथ सिंह ने बताया कि 2004 से 2014 के बीच देश में अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर पर मात्र 1.78 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, जबकि 2014 से 2024 के बीच यह आंकड़ा 28.52 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। लखनऊ मेट्रो के विस्तार की योजनाओं पर भी उन्होंने चर्चा की, जिसमें चारबाग से वसंत कुंज तक के रूट को जल्द स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा, यातायात सुधार के लिए 170 करोड़ रुपये की लागत से बने पॉलिटेक्निक- मुंशी पुलिया फ्लाईओवर और 270 करोड़ रुपये की लागत से बने इंदिरा नगर-खुर्रमनगर फ्लाईओवर का उद्घाटन किया गया। साथ ही, अमर शहीद पथ के पास सर्विस रोड निर्माण के लिए 45 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि लखनऊ में रेलवे और हवाई सेवाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। गोमतीनगर रेलवे टर्मिनस, आलमनगर सैटेलाइट स्टेशन, ऐशबाग और बादशाहनगर रेलवे स्टेशन का नवीनीकरण पूरा हो चुका है, जबकि ट्रांसपोर्ट नगर और उत्तरेठिया स्टेशन का उच्चीकरण भी जारी है। लखनऊ एयरपोर्ट के विस्तार से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की सुविधा बेहतर होगी। उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर और वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के विकास के बाद उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिला है, जिससे रियल एस्टेट, होटल और चिकित्सा क्षेत्र में निवेश बढ़ा है। इसके अलावा, उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से लखनऊ के लिए अधिक सड़क और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं की मांग की, जिसे मंजूरी दे दी गई।